शब्दों के हेर फेर से ,
चाहे कुछ भी लिख लूं
पर तुम्हारे दो शब्द
देते हैं अर्थ मिटटी का
जिसमे सूखे बीज भी ,
अंकुरित हो उठते हैं
और अनायास ही,
आने लगती है
अनखिले फूलों की सुगंध !!
~~~S-ROZ~~~
चाहे कुछ भी लिख लूं
पर तुम्हारे दो शब्द
देते हैं अर्थ मिटटी का
जिसमे सूखे बीज भी ,
अंकुरित हो उठते हैं
और अनायास ही,
आने लगती है
अनखिले फूलों की सुगंध !!
~~~S-ROZ~~~
चंद पंक्तिया और बेहतरीन अभिव्यक्ति.....
ReplyDeleteबहुत सुंदर अभिव्यक्ति ,बधाई
ReplyDeletewaah! bhaut hi khubsurat....
ReplyDeleteसुषमा जी/सुनील कुमार जी/एवं सागर जी आप सभी कि सराहना एवं प्रतिक्रिया का हार्दिक आभार!!
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