साथी ......
जब मुझको घर ले जाओगे
जाहिर है
माँ का सीना छलनी होगा
मेरी वर्दी से उसका सीना ढक देना
जब वो
अपना सिन्दूर पोछेगी
मेरे खत
उसके हाथों पर धर देना
वो नन्हा
हौले से मेरी ताबूत खोलेगा
'पापा को नींद जगाओ मम्मी' वो बोलेगा
उस नन्हे के सर पे
मेरी टोपी रख देना
देखना उनको
फिर इतनी हिम्मत आ जाएगी
इक माँ फिर अपने बच्चे को
वीर सैनिक बना पायेगी !!!
....s-roz
मार्मिक ....
ReplyDeleteजय हिन्द !