tag:blogger.com,1999:blog-4457017566945507093.post1441725371867973037..comments2023-07-17T04:01:15.299-07:00Comments on आगत का स्वागत : "बाबा काशी का रक्ताभिशेकsarojhttp://www.blogger.com/profile/16905747067151956796noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-4457017566945507093.post-41433152126995318692011-03-02T09:55:19.264-08:002011-03-02T09:55:19.264-08:00.....आओ मेरे राम बसो.
आओ मेरे राम बसो.
मेरे इस हृ........आओ मेरे राम बसो.<br /><br />आओ मेरे राम बसो.<br />मेरे इस हृदयाँगन में ।<br /><br />चरणरजों से तारी अहिल्या,<br />केवट को गले लगाया,<br />पितावचन पालने हेतु,<br />त्यागा मुकुट एक पल में।<br />आओ मेरे राम बसो.<br />मेरे इस हृदयाँगन में ।<br /><br /><br />निश्छल प्रेम भरत भाई से,<br />विह्वल गले लगाया,<br />चरणपादुका दे दी अपनी,<br />भाई के मान मनौव्वल में ।<br />आओ मेरे राम बसो.<br />मेरे इस हृदयाँगन में ।<br /><br />निर्भय किया दारुकारण्य को,<br />षर-दूषण का नाश किया,<br />अभय किये यती सन्यासी,<br />लेकर बाण-धनुष भुजदंडो में ।<br />आओ मेरे राम बसो.<br />मेरे इस हृदयाँगन में ।<br /><br />पर्णकुटी और कुश की शैय्या ,<br />भोजन कन्दमूल फल पाया,<br />शबरी के जूठे फल खाये,<br />प्रेम भक्ति वत्सलता में ।<br />आओ मेरे राम बसो.<br />मेरे इस हृदयाँगन में ।<br /><br />रावण ने माया मृग छल से,<br />सीता का अपहरण किया,<br />नदी, नार, वन कहाँ न ढूढा,<br />प्रेम-विरह व्याकुलता में ।<br />आओ मेरे राम बसो.<br />मेरे इस हृदयाँगन में ।<br /><br />भक्त प्रवर हनुमत से मिलकर,<br />सुग्रीव को गले लगाया,<br />पत्थर भी पानी पर तैरा,<br />रामनाम की शक्ति में ।<br />आओ मेरे राम बसो.<br />मेरे इस हृदयाँगन में ।<br /><br />वानरसेना संग करी चढाई,<br />महायुद्ध का शंखनाद किया,<br />अंत किया रावण सेना का,<br />अभिषेक मित्र का लंका में।<br />आओ मेरे राम बसो.<br />मेरे इस हृदयाँगन में ।<br /><br />लखन सहित, संग में सीता,<br />निज घर को प्रस्थान किया, <br />गदगद हुए अयोद्ध्यावासी,<br />रामराज की बधाई में।<br />आओ मेरे राम बसो.<br />मेरे इस हृदयाँगन में ।देवेंद्रhttps://www.blogger.com/profile/13104592240962901742noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4457017566945507093.post-78173430593987425342010-12-08T03:40:01.443-08:002010-12-08T03:40:01.443-08:00bhagvaan ke bahaane.....ek utprerak kavita ke liye...bhagvaan ke bahaane.....ek utprerak kavita ke liye dhanyavaad......aapki kaamnaa poorn ho.....aameenराजीव थेपड़ा ( भूतनाथ )https://www.blogger.com/profile/07142399482899589367noreply@blogger.com